Raziya bano

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लेखनी कहानी -28-Jun-2024

खुदा के इबादतों में कभी जो जिंदगी गुज़री नहीं है समझो की फिर वो जिंदगी असल में जिंदगी नहीं है

तू वो शख़्स पहला है जिससे दिल चाहता है बात करना वरना किसी से कभी मेरे दिल की इतनी बनी नहीं है

भला कैसे मसला हल होगा उनकी परेशानियों का जिनके हिस्से में मोहब्बत है पर खुशी कुछ रौशनी नहीं है

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2 Comments

Babita patel

01-Jul-2024 11:05 AM

V nice

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Varsha_Upadhyay

30-Jun-2024 11:55 PM

Nice

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